Muhabbat Pe Mukadma
मुहब्बत ना सही, मुकदमा ही कर दे मुझ पर, कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी… Like Like Love Haha Wow Sad Angry
मुहब्बत ना सही, मुकदमा ही कर दे मुझ पर, कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी… Like Like Love Haha Wow Sad Angry
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी कितना अजीब था, अपना भी ना बनाया और किसी और का होने भी ना दिया… Like Like Love Haha Wow Sad Angry
प्यार सच्चा हो तो कभी फीका नही पड़ता… ना वक्त के साथ, ना हालात के साथ और ना ही उम्र के साथ… सूच्चे प्यार की सबसे बड़ी पहचान ये होती है कि एक सच्चा प्यार करने वाला इंसान आपको कभी भी बंदिशों में नहीं रखता। Like Like Love Haha Wow Sad Angry
अजीब जुल्म हुए है दुनिया में मोहब्बत पर, जिन्हें मिलीं उन्हें कदर नहीं और, जिन्हें कदर थी उन्हें मिलीं नहीं… Like Like Love Haha Wow Sad Angry
इरादा क़त्ल का था तो, मेरा सर कलम कर देते, क्यों इश्क में डालकर तूने, हर साँस पर मौत लिख दी… Like Like Love Haha Wow Sad Angry