फ्रेंड: यार तुम्हारी दुकान मिठाई की है,
तो क्या तुम्हारा दिल नहीं करता,
मिठाई खाने को?
सांता: यार करता तो बहोत है,
लेकिन पापा रसगुल्ले गिन के जाते है,
तो.. इसलिए,
चूसकर रख देता हु…
फ्रेंड: यार तुम्हारी दुकान मिठाई की है,
तो क्या तुम्हारा दिल नहीं करता,
मिठाई खाने को?
सांता: यार करता तो बहोत है,
लेकिन पापा रसगुल्ले गिन के जाते है,
तो.. इसलिए,
चूसकर रख देता हु…